02 फरवरी 2025 | अपडेटेड
भारत में सरकारी कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) लागू की गई थी, जिसके तहत कर्मचारियों को उनकी अंतिम सैलरी का 50% पेंशन के रूप में दिया जाता था। हालांकि, इस योजना को बाद में बंद कर दिया गया, जिसके कारण वर्षों से कर्मचारियों के बीच इसे फिर से बहाल करने की मांग उठती रही।

अब, सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की घोषणा की है, जो ओल्ड पेंशन स्कीम की जगह लेगी। यह योजना 24 जनवरी 2025 से प्रभावी हो गई है, और इसे लेकर कर्मचारियों में कई सवाल उठ रहे हैं। इस आर्टिकल में हम इस नई पेंशन योजना के मुख्य प्रावधानों, पात्रता, और ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) से इसके प्रमुख अंतर पर चर्चा करेंगे।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के तहत क्या मिलेगा?
यूनिफाइड पेंशन स्कीम में कुछ शर्तों के तहत कर्मचारियों को उनकी सैलरी का 50% पेंशन के रूप में दिया जाएगा। हालांकि, इसके लिए कुछ नए नियम और गणना प्रक्रिया लागू की गई है, जिससे यह ओल्ड पेंशन स्कीम से अलग होगी।
मुख्य प्रावधान:
✅ 50% पेंशन – लेकिन यह कुछ खास शर्तों के तहत ही दी जाएगी।
✅ पेंशन कैलकुलेशन – पिछले 12 महीनों की औसत सैलरी के आधार पर होगी, न कि अंतिम सैलरी पर।
✅ सभी राज्यों में लागू – UPS पूरे देश में समान रूप से लागू की जाएगी।
✅ नए कैलकुलेशन फॉर्मूले – सरकार नई गणना पद्धति अपनाएगी जिससे पेंशन की राशि निर्धारित होगी।
किन कर्मचारियों को मिलेगा 50% पेंशन?
सभी सरकारी कर्मचारियों को इस योजना के तहत 50% पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा। केवल निम्नलिखित शर्तें पूरी करने वाले कर्मचारी ही इस लाभ के हकदार होंगे –
✔ उन कर्मचारियों के लिए जो 1 जनवरी से वेतन वृद्धि पाते हैं और 31 दिसंबर को रिटायर होते हैं।
✔ जिन्होंने कम से कम 25 वर्ष की सेवा पूरी की हो।
✔ रिटायरमेंट से पहले पिछले 12 महीनों की औसत सैलरी उनकी अंतिम सैलरी के बराबर होनी चाहिए।
✔ सरकारी बेंचमार्क के अनुसार कर्मचारियों का पर्सनल कोपर्स होना आवश्यक है।
यूपीएस और ओपीएस में अंतर
VRS लेने वाले कर्मचारियों के लिए नियम
जो कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेना चाहते हैं, उनके लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत कुछ अलग नियम बनाए गए हैं:
✔ पेंशन का भुगतान उसी तारीख से शुरू होगा, जिस दिन से कर्मचारी रिटायर हुए हैं।
✔ अगर कोई कर्मचारी 21 वर्ष की उम्र में नौकरी जॉइन करता है और 46 वर्ष की उम्र में 25 साल की सेवा पूरी कर लेता है, तो उसे पेंशन 60 वर्ष की आयु के बाद ही मिलेगी।
✔ पेंशन की गणना और फॉर्मूलेशन के लिए नई प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी।
कैसे प्राप्त करें UPS से जुड़ी पूरी जानकारी?
अगर आप यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो सरकार द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना (Notification) को डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें पेंशन की गणना, पात्रता नियम और नए कैलकुलेशन फॉर्मेट से जुड़ी सभी जानकारी दी गई है।
➡ सरकारी पोर्टल पर विजिट करें: www.pension.gov.in
➡ अपना पेंशन कैलकुलेशन जांचें।
➡ अधिकारिक अधिसूचना डाउनलोड करें।
निष्कर्ष
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) ओल्ड पेंशन स्कीम की जगह लेने वाली एक नई योजना है, लेकिन इसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। जहां OPS में अंतिम सैलरी के आधार पर पेंशन मिलती थी, वहीं UPS में पिछले 12 महीनों की औसत सैलरी को आधार बनाया गया है।
इसके अलावा, UPS के तहत 50% पेंशन का लाभ पाने के लिए कर्मचारियों को कुछ महत्वपूर्ण शर्तें पूरी करनी होंगी, जो इसे पुरानी योजना से अलग बनाती है। हालांकि, सरकार का दावा है कि यह योजना कर्मचारियों के लिए ज्यादा संतुलित और टिकाऊ होगी।
अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं, तो आपको इस योजना की विस्तृत जानकारी और अपने पेंशन अधिकारों के बारे में जरूर जानना चाहिए।